Tuesday, December 22, 2020

// मां //

।। मां ।।
मां...... बेटे के जन्मदिन पर ..... रात के 1:30 बजे फोन आता है बेटा फोन उठाता है तो माँ बोलती है...."जन्म दिन मुबारक लल्ला" बेटा गुस्सा हो जाता है और माँ से कहता है - सुबह फोन करती... इतनी रात को नींद खराब क्यों की...कह कर गुस्से मे फोन रख देता है थोडी देर बाद पिता का फोन आता है...हालांकि बेटा पिता पर गुस्सा नहीं करता पर बात को संभालने के लिए कहता है - सुबह फोन करती मां ये कोई वक्त है पागलों के जैसे रात को.... ..वो पापा नींद खराब हो गई ... पिता ने कहा - मैनें तुम्हे इसलिए फोन किया है की सचमुच तुम्हारी मां पागल है जो तुम्हे इतनी रात को फोन किया.... और बेटा वो तो आज से 25 साल पहले ही पागल हो गई थी जब उसे डॉक्टर ने ऑपरेशन करने को कहा और उसने मना किया था वो मरने के लिए तैयार हो गई पर ऑपरेशन नहीं करवाया... रात के 1:30 को तुम्हारा जन्म हुआ शाम 6 बजे से रात 1:30 तक वो प्रसव पीड़ा से परेशान थी लेकिन तुम्हारा जन्म होते ही वो सारी पीड़ा भूल गयी उसके ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा था... तुम्हारे जन्म से पहले डॉक्टर ने दस्तखत करवाये थे कि अगर कुछ हो जाये तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे तुम्हे साल में एक दिन फोन किया तो तुम्हारी नींद खराब हो गई......मुझे तो रोज रात को 25 साल से रात के 1:30 बजे उठाती है और कहती है देखो हमारे लल्ला का जन्म इसी वक्त हुआ था बस यही कहने के लिए तुम्हे फोन किया था भराई सी आवाज मे इतना कहके पिता फोन रख दिया.... बेटा सुन्न हो जाता है उसे बाकी सारी रात नींद नहीं आती वो भोर होते ही मां के घर जा कर मां के पैर पकड़कर माफी मांगता है....तब मां कहती है, देखो जी मेरा लाल आ गया.... फिर पिता से माफी मांगता है तब पिता कहते हैं- आज तक ये कहती थी कि हमे कोई चिन्ता नहीं हमारी चिन्ता करने वाला हमारा लाल है पर अब तुम चले जाओ मैं तुम्हारी माँ से कहूंगा कि चिन्ता मत करो ... मैं तुम्हारा हमेशा की तरह आगे भी ध्यान रखूंगा.... तब माँ कहती है- माफ कर दो बेटा है.... दोस्तो सब जानते हैं दुनिया में एक मां ही है जिसे जैसा चाहे कहो फिर भी वो गाल पर प्यार से हाथ फेरेगी पिता अगर तमाचा ना मारे तो बेटा सर पर बैठ जाए इसलिए पिता का सख्त होना भी जरुरी है माता पिता को आपकी दौलत नही बल्कि आपका प्यार और वक्त चाहिए उन्हें प्यार दीजिए... मां की ममता तो अनमोल है.... निवेदन:- इसको पढ़ कर अगर आँखों में आंसू बहने लगें तो रोकिये मत, बह जाने दीजिये .... मन हल्का हो जायेगा
🌴 भगवान से बढ़कर माता पिता होते हैं 🌴 🌴🌲 दोस्तो कृपया इनका आदर और ख्याल रखिए🌲🌴 अगर कहानी अच्छी लग रही है ।।। 👍🤗 तो शेयर भी कर दीजिए धन्यवाद।।

Monday, December 21, 2020

||। कोर्ट पैंट ||

कोट पैंट.....
अपनी पहली तनख्वाह मिलते ही राजू ने पिताजी के लिए नया कोट पेंट खरीदा और सीधा पहुंच गया स्टेशन रोड पर स्थित उनकी छोटी-सी चाय की दुकान पर... उसने कोट पेंट खरीदने के बाद बचे लगभग बीस हजार रुपये लिफाफे में भरकर रख लिए थे... दुकान पर पहुँचते ही सबसे पहले पिताजी के चरण स्पर्श कर बोला...पापा..., ये कोट पेंट आपके लिए... और ये मेरी सेलरी के बचे हुए पैसे.... आँखें भर आई सुरेंद्र जी की... इस दिन के लिए उन्होंने पिछले बीस साल से क्या कुछ नहीं किए था... काश ....उसकी मां भी ये दिन देख पाती...जो पंद्रह साल पहले ही एक दुर्घटना में गुजर गई थी... छलकने को आतुर आँसुओं को रोकते हुए सुरेन्द्र जी बोले ...."ये क्या राजू.... मेरे लिए नये कोट पेंट की क्या जरूरत थी .... अपने लिए कुछ ढंग के कपड़े लिए होते...मेरा क्या है मैं तो दुकान पर कुछ भी पहनकर काम चला लेता हूं लेकिन तुम तो स्कूल में टीचर हो गए हो ... ढंग के कपड़े तो तुम्हारे पास होने चाहिए और ये पैसे, बेटा....अब ये अपने पास ही रखो... नही पापा.... ये महज कोई कोट पेंट नही है.... मेरा सपना है जो बचपन से ही देखता था जब आप कड़ाके की ठंड में भी सुबह - सुबह फटी बनियान और शॉल ओढ़कर दुकान खोलते और देर रात तक उसी हाल में रहते... तो मैं स्कूल आते-जाते अकसर सोचता कि बड़ा होकर जब कमाने लगूंगा, तो सबसे पहले आपके लिए कोट पेंट खरीदूंगा... और बाकी के पैसे तो आपके पास ही रहेंगे, मैं आपसे माँग लिया करूंगा पहले की तरह.... सुरेंद्र जी ने बेटे को गले से लगा लिया ...आँखों से गंगा-जमुना बहने लगी थीं। दुकान पर बैठे ग्राहक भी पिता-पुत्र की बातें सुनकर भावुक हो उठे थे....